कार्ड क्लोनिंग कर पेंशन खाते से पौने ३ लाख उड़ाए

साइबर ठगों ने दिल्ली जल बोर्ड के रिटायर्ड कर्मचारी की पत्नी के पेंशन खाते से पौने तीन लाख रुपये साफ कर दिए। खाता खाली मिलने पर पीड़िता के होश उड़ गए। जानकारी करने पर पता चला कि एटीएम से रकम निकाली गई है, जबकि एटीएम पीड़िता के पास ही था। पुलिस का कहना है कि कार्ड क्लोनिंग कर खाते से रकम निकालना प्रतीत हो रहा है। केस दर्ज कर छानबीन शुरू कर दी गई है।
विजयनगर थानाक्षेत्र में प्रताप विहार सेक्टर-12 की माता कॉलोनी निवासी शशीबाला का कहना है कि उनके पति दिल्ली जल बोर्ड से रिटायर्ड हुए थे। सिंडीकेट बैंक की शाहदरा शाखा में खुले खाते में उनके पति की पेंशन आती है। खाते में 2 फरवरी 2019 तक 2 लाख 74 हजार 878 रुपये थे। गत 9 जनवरी को वह वह खाते से पैसे निकालने पहुंचे तो लो-बैलेंस बता दिया गया। चेक करने पर खाता देखा तो उनके होश उड़ गए। शशीबाला का कहना है कि उनके खाते में सिर्फ 727 रुपये शेष बचे थे। बैंक में जाने पर पता चला कि 29 दिसंबर 2019 से एटीएम केजरिये उनके खाते से पैसे निकाले गए हैं। जबकि एटीएम कार्ड उन्हीं के पास है।
95 मामलों में मामलों में वापस कराए साढ़े 28 लाख
गाजियाबाद। साइबर ठगी के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं तो वहीं पुलिस ने भी इस पर फोकस करना शुरू कर दिया है। एसएलपी कलानिधी नैथानी ने बताया कि पिछले साल साइबर ठगी के 91 मामलों में 25 लाख 79 हजार 845 रुपये वापस कराए गए। वहीं, इस साल में अभी तक चार मामलों में 2 लाख 71 हजार 640 रुपये वापस कराए गए। एसएसपी का कहना है कि ठगी के बाद जितनी जल्दी कार्रवाई शुरू हो जाती है तो रकम वापस मंगाने की संभावना उतनी ही बढ़ जाती है। इसीलिए साइबर ठगी के मामले थाने पर तत्काल दर्ज करने के आदेश दिए गए हैं।